प्रेम और सत्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं....मोहनदास कर्मचंद गांधी...........मुझे मित्रता की परिभाषा व्यक्त करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मैंने ऐसा मित्र पाया है जो मेरी ख़ामोशी को समझता है

Saturday, December 29, 2007

मार्च 1989 राजस्थान साहित्य अकादमी की ओर से 
बाल कथा कृति "चिंटू-पिंटू की सूझ" पर दीनदयाल शर्मा को 
डॉ. शम्भूदयाल सक्सेना पुरस्कार प्रदान करते हुए
 वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. प्रभाकर माचवे।
 दीनदयाल शर्मा  को 1998 में राजस्थानी भाषा, 
साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर की ओर से 
बाल नाटक कृति "शंखेसर रा सींग" पर 
जवाहरलाल नेहरू बाल साहित्य पुरस्कार प्रदान करते हुए
 शिक्षामंत्री राजस्थान सरकार डॉ. बी.डी.कल्ला।
जुलाई 2003 को कोलकाता की 
साहित्यिक व सामाजिक संस्था 
मनीषिका की ओर से दीनदयाल शर्मा को 
सम्मानित करते हुए अतिथिगण।
  राजस्थानी बाल साहित्य की 
उल्लेखनीय सेवाओं के लिए 
दीनदयाल शर्मा  को 
राष्ट्रीय संस्था बाल चेतना, 
जयपुर की ओर से 
सीतादेवी श्रीवास्तव स्मृति सम्मान 
प्रदान करते हुए 
दूरदर्शन के सहायक निदेशक 
डॉ. के.के. रत्तू, 
वरिष्ठ साहित्यकार 
डॉ. तारादत्त निर्विरोध 
व अन्य :सन् 2006
26 दिसम्बर 2001 को 
देहरादून में 
हिंदी बाल कथा कृति
'पापा झूठ नहीं बोलते' पर
 दीनदयाल शर्मा को
 उत्कृष्ट बाल साहित्य 
पुरस्कार प्रदान करते 
केबिनेट मंत्री श्री लाखीराम जोशी ।
सन् 1998 में बाल साहित्य की 
उल्लेखनीय सेवाओं के लिए 
दीनदयाल शर्मा को भारतीय 
बाल कल्याण संस्थान, 
कानपुर की ओर से 
सम्मानित करते हुए 
नंदन के संपादक 
श्री जयपकाश भारती । 
साथ हैं संस्था अध्यक्ष 
वरिष्ठ बाल साहित्यकार 
डॉ. राष्ट्रबंधु व अन्य।
चित्तौड़गढ़ में आयोजित समारोह में 
राजस्थानी बाल साहित्य 
कृति "म्हारा गुरुजी" 
के लिए दीनदयाल शर्मा को 
चंद्रसिंह बिरकाळी 
बाल साहित्य पुरस्कार 
प्रदान करते हुए 
वरिष्ठ साहित्यकार 
श्री ओमानंद सरस्वती। 
साथ हैं देवपुत्र के संपादक 
श्री कृष्णकुमार अष्ठाना, 
इंदौर, बाल साहित्यकार 
राजकुमार जैन 'राजन', 
चित्तौड़गढ़ व अन्य। 
सन् 2001
अक्टूबर 1997 को 
भीलवाड़ा (राजस्थान) में 
आयोजित बाल साहित्यकार 
सम्मेलन में बाएं से 
डॉ. भगवतीलाल व्यास, उदयपुर, 
डॉ.रतनलाल शर्मा, नई दिल्ली व 
दीनदयाल शर्मा, हनुमानगढ़।

8 सितम्बर 2005 को 
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के 
अवसर पर बाल साहित्यकार 
दीनदयाल शर्मा को जयपुर के
 बिड़ला सभागार में सर्वाधिक 
पुस्तक दानदाता का राज्य 
स्तरीय पुरस्कार प्रदान 
करते हुए खेल मंत्री 
श्री युनूस खान ।
नई दिल्ली गाँधी शांति प्रतिष्ठान , 
गांधी हिंदुस्तानी साहित्य सभा में 
चिपको आंदोलन के प्रणेता 
श्री सुंदरलाल बहुगुणा के साथ 
दीनदयाल शर्मा।
बाल साहित्यकार दीनदयाल शर्मा, 
आधुनिक राजस्थानी के चितेरे कवि 
श्री चंद्रसिंह बिरकाळी के साथ।
2 September, 1992
दीनदयाल शर्मा की राजस्थानी बाल नाटक कृति
"शंखेसर रा सींग" का 27 दिसम्बर 1997 को 
लोकार्पण करते हुए मुख्य अतिथि 
वरिष्ठ साहित्यकार यादवेन्द्र शर्मा चन्द्र। 
साथ में विशिष्ट अतिथि 
वरिष्ठ बाल साहित्यकार हरदर्शन सहगल ।

बाल साहित्य की 
उल्लेखनीय सेवाओं के लिए 
तत्कालीन जिला कलक्टर 
श्री सियाराम मीणा 
गणतंत्र दिवस पर 
सम्मानित करते हुए ।
5 सितम्बर 1988 को हनुमानगढ़ जिले की 
रावतसर तहसील के बालिका विद्यालय के 
आर्थिक सहयोग हेतु मास्टर फकीरचंद 
नाटक के लेखक एवं निर्देशक 
दीनदयाल शर्मा मुख्य भूमिका 
अभिनीत करते हुए।

2003 में महाकाली मंदिर, 
कोलकाता में 
बाल साहित्यकारों के साथ 
दीनदयाल शर्मा, 
धर्मपत्नी श्रीमती कमलेश शर्मा 
व बेटी मानसी शर्मा ।

स्वतंत्रता दिवस 1989 को 
बाल साहित्य की 
उल्लेखनीय सेवाओं के लिए 
नगर परिषद हनुमानगढ़ 
की ओर से सम्मानित करते हुए 
मुख्य अतिथि ।

अंतर्राष्ट्रीय बाल वर्ष 1979 को 
हनुमानगढ़ जं. में आयोजित
प्रथम बीकानेर मण्डल 
कब/बुलबुल उत्सव में 
मुख्य अतिथि जिलाधीश 
श्री गुमानसिंह को 
सैल्यूट देते हुए 
रोवर दीनदयाल शर्मा ।

गणतंत्र दिवस 1979 को 
फोर्ट स्कूल बीकानेर के 
परिसर में यू.आई.टी. चेयरमैन
 श्री मक्खन जोशी 
स्काउट पुरस्कार का
प्रशस्ति पत्र प्रदान करते हुए ।

तत्कालीन शिक्षा मंत्री 
श्री बी.डी.कल्ला से 
पुरस्कार ग्रहण करते हुए
दीनदयाल शर्मा
Jain (P.G.) College,
Bikaner 1981

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