फादर्स- डे पर विशेष
पिताजी / दीनदयाल शर्मा
पिताजी कहते थे
जल्दी उठो
वे खुद जल्दी उठते थे।
वे कहते थे
मेहनत करो
वे खुद मेहनती थे।
वे कहते थे
सच बोलो
वे खुद सच के हामी थे।
वे कहते थे
ईमानदार रहो
वे खुद ईमानदार थे।
मैं उनके बताए
कदमों पर चला।
आज सब कुछ है
मेरे पास.....
लेकिन पिताजी नहीं है।
-दीनदयाल शर्मा