प्रेम और सत्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं....मोहनदास कर्मचंद गांधी...........मुझे मित्रता की परिभाषा व्यक्त करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मैंने ऐसा मित्र पाया है जो मेरी ख़ामोशी को समझता है

Sunday, November 28, 2010

समर्पण / दीनदयाल शर्मा



समर्पण
माँ
बहिन 
बीवी
बेटी
और न जाने
कितने रूपों में 
तू
समर्पित है
तेरा जीवन 
सबके लिए अर्पित है
ममता उड़ेलती 
प्यार बांटती 
तू
अंतत: 
बंट जाती है  
पञ्च तत्वों में 
और 
हो जाती है लीन
ब्रह्म में 
बुनती ताना - बाना
नारी ! 
तुझे हर रूप में 
पड़ा है 
कड़वा घूँट पीना 
फिर भी 
छोड़ा नहीं है 
तूने 
बार- बार जीना..
- दीनदयाल शर्मा 

(फोटो में बाल साहित्यकार दीनदयाल शर्मा और बड़ी बेटी रितुप्रिया शर्मा )

Saturday, November 20, 2010

सर्दी / दीनदयाल शर्मा

सर्दी / दीनदयाल शर्मा

सर्दी आई सर्दी आई
ओढ़ें कम्बल और रजाई
ज्यों-ज्यों सर्दी बढ़ती जाए
कपड़ों की हम करें लदाई।

मिलजुल सारे आग तापते
रात-रात भर करें हथाई।
भाँति-भाँति के लड्डू खाकर
सर्दी पर हम करें चढ़ाई।

सूरज निकला धूप सुहाई
सर्दी की अब शामत आई।
फाल्गुन आया होली आई
सर्दी की हम करें विदाई।।


Wednesday, November 17, 2010

Deendayal Sharma with Children writers Front of Rashtrpati Bhawan, New Delhi, Baal divas, 2010


Kalpna Jain, Deshbandu Shahajahanpuri, Mishr ji, Deendayal Sharma, Dr.Rashtrbadhu ji, Mahesh Sexna, Ramesh Pant, Smt. Meera Pant & Aashish Pant,  Front of Rashtrpati Bhawna, New Delhi, 14 November, 2010, Baal Diwas  

Friday, November 12, 2010

बाल साहित्यकार दीनदयाल शर्मा सम्मानित







नोहर में 10 नवम्बर 2010 को स्व. नथगिर भारती की स्मृति में बाल साहित्यकार दीनदयाल शर्मा को हिंदी व राजस्थानी में बाल साहित्य की उल्लेखनीय सेवाओं के लिए नथगिर भारती स्मृति साहित्यकार पुरस्कार से सम्मानित किया गया..पुरस्कार स्वरूप इन्हें इक्कतीस सौ रुपये नकद व स्मृति चिन्ह देकर एवं शाल ओढ़ा कर सम्मानित किया गया...

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