खूबसूरत...पसंद आई. _______________________'पाखी की दुनिया' में अब सी-प्लेन में घूमने की तैयारी...
बहुत ही अच्छा...जितनी तारीफ़ करूँ कम लगती है....वाह ! जी ! वाह !
तेरे नर्तन को देख-देख शब्दों ने नर्तन छोड़ दियाजिह्वा तल पर कविता ने भी आना-जाना सब छोड़ दिया. मन के तनाव समाप्त हुए बाल-नृत्य देखकर. गीत की गूँज मन में गहरे चले गयी और सारी तनावों और विकारों की कीचड़ को सुखा दिया.
bahut achha laga.... ap kitna sunder dance karti ho....
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खूबसूरत...पसंद आई.
ReplyDelete_______________________
'पाखी की दुनिया' में अब सी-प्लेन में घूमने की तैयारी...
बहुत ही अच्छा...
ReplyDeleteजितनी तारीफ़ करूँ कम लगती है....
वाह ! जी ! वाह !
तेरे नर्तन को देख-देख
ReplyDeleteशब्दों ने नर्तन छोड़ दिया
जिह्वा तल पर कविता ने भी
आना-जाना सब छोड़ दिया.
मन के तनाव समाप्त हुए बाल-नृत्य देखकर. गीत की गूँज मन में गहरे चले गयी और सारी तनावों और विकारों की कीचड़ को सुखा दिया.
bahut achha laga.... ap kitna sunder dance karti ho....
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