प्रेम और सत्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं....मोहनदास कर्मचंद गांधी...........मुझे मित्रता की परिभाषा व्यक्त करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मैंने ऐसा मित्र पाया है जो मेरी ख़ामोशी को समझता है

Wednesday, August 17, 2011

Yaaden...

Padmshri Dr. C.P. Deval 
and Children Writer Deendayal Sharma 
with Styrbyorn Alstrom, Swidan 
in Mount Abu, 02 Aug. 2011

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