प्रेम और सत्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं....मोहनदास कर्मचंद गांधी...........मुझे मित्रता की परिभाषा व्यक्त करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मैंने ऐसा मित्र पाया है जो मेरी ख़ामोशी को समझता है

Tuesday, October 4, 2011

बाल साहित्यकार दीनदयाल शर्मा सम्मानित



राजस्थान साहित्य अकेडमी और बाल वाटिका की ओर से भीलवाड़ा में आयोजित बाल साहित्य संगोष्ठी एवं पुरुस्कार- सम्मान समारोह में हनुमानगढ़ के बाल साहित्यकार दीनदयाल शर्मा को इनकी राजस्थानी बाल संस्मरण कृति " बाळपणे री बातां " के लिए श्री घीसूलाल सेन स्मृति बाल वाटिका पुरुस्कार प्रदान किया गया.. पुरुस्कार स्वरूप इन्हें 2500 रूपये नकद, अंग वस्त्र, प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, श्री फल देकर एवं शाल ओढा कर सम्मानित किया गया..

02 Oct. 2011

6 comments:

  1. हार्दिक बधाई ...शुभकामनायें

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  2. इस सम्मान के लिये आपको हार्दिक बधाई और शुभकामनायें!

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  3. बहुत-बहुत बधाई अंकल जी. अब जल्दी से मिठाई भी भिजवाएं.
    _________________

    पाखी की दुनिया : ''पोर्टब्लेयर में नवरात्र और दुर्गा पूजा''

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  4. जो - जो बधाई देंगे..उनकी मिठाई पक्की..

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  5. हम देर से आये है पर मिठाई ज़रुर खायेंगे , सम्मान बहुत बहुत मुबारक हो ..

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