राजस्थान साहित्य अकेडमी और बाल वाटिका की ओर से भीलवाड़ा में आयोजित बाल साहित्य संगोष्ठी एवं पुरुस्कार- सम्मान समारोह में हनुमानगढ़ के बाल साहित्यकार दीनदयाल शर्मा को इनकी राजस्थानी बाल संस्मरण कृति " बाळपणे री बातां " के लिए श्री घीसूलाल सेन स्मृति बाल वाटिका पुरुस्कार प्रदान किया गया.. पुरुस्कार स्वरूप इन्हें 2500 रूपये नकद, अंग वस्त्र, प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, श्री फल देकर एवं शाल ओढा कर सम्मानित किया गया..
02 Oct. 2011
हार्दिक बधाई ...शुभकामनायें
ReplyDeleteBadhai Apko Uncle....
ReplyDeleteइस सम्मान के लिये आपको हार्दिक बधाई और शुभकामनायें!
ReplyDeleteबहुत-बहुत बधाई अंकल जी. अब जल्दी से मिठाई भी भिजवाएं.
ReplyDelete_________________
पाखी की दुनिया : ''पोर्टब्लेयर में नवरात्र और दुर्गा पूजा''
जो - जो बधाई देंगे..उनकी मिठाई पक्की..
ReplyDeleteहम देर से आये है पर मिठाई ज़रुर खायेंगे , सम्मान बहुत बहुत मुबारक हो ..
ReplyDelete