बेटी श्रुतिप्रिया को ढेर सारा आशीष एवं आपको शुभकामनाएं। मंगलमय हो।
अंगूठी रस्म के उपरान्त आपको एक बड़े अवसर के लिए तैयारी करनी है. और कलेजे को करना है बहुत मज़बूत.. वीर हनुमान ... आपको वज्रांग करें!.... बेटी की विदाई से अच्छे-अच्छे पत्थर पिघल जाते हैं.... वह दृश्य देखना बड़ा कारुणिक होता है.... जानता हूँ.
बहुत बहुत शुभकामनायें !
ललित शर्मा जी, प्रतुल वशिष्ठ जी और कैलाश शर्मा जी..आपका बहुत बहुत धन्यवाद..
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बेटी श्रुतिप्रिया को ढेर सारा आशीष एवं आपको शुभकामनाएं। मंगलमय हो।
ReplyDeleteअंगूठी रस्म के उपरान्त आपको एक बड़े अवसर के लिए तैयारी करनी है. और कलेजे को करना है बहुत मज़बूत..
ReplyDeleteवीर हनुमान ... आपको वज्रांग करें!.... बेटी की विदाई से अच्छे-अच्छे पत्थर पिघल जाते हैं.... वह दृश्य देखना बड़ा कारुणिक होता है.... जानता हूँ.
बहुत बहुत शुभकामनायें !
ReplyDeleteललित शर्मा जी, प्रतुल वशिष्ठ जी और कैलाश शर्मा जी..आपका बहुत बहुत धन्यवाद..
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