प्रेम और सत्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं....मोहनदास कर्मचंद गांधी...........मुझे मित्रता की परिभाषा व्यक्त करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मैंने ऐसा मित्र पाया है जो मेरी ख़ामोशी को समझता है

Sunday, May 12, 2013

Book Review by Shri Paras Chand Jain, Tonk, Raj.

Reet ar Preet - Deendayal Sharma ri book ro 
Shivira May-June 2013 ank me Review 
by Shri Paras Chand Jain, DEO, Tonk, Rajasthan

1 comment:

  1. Bahut Hi Jeeavnt Rachna Ki Prastuti Ki Aapne, Iske Liye Hamara Dhnaywad. Read Sachhi प्यार की स्टोरी हिंदी में. Being in love is, perhaps, the most fascinating aspect anyone can experience.

    Thank You.

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