गिली-गिली गप्पा / दीनदयाल शर्मा
गिली-गिली गप्पा
ओके डियर
चलें जी टाटा !
हो गई बातें
बीती रातें
करी शिकायत
इधर-उधर की
छानें चप्पा !
सारा दिन
क्या करें पढ़ाई
ऐसी भी क्या शामत आई
याद करें कोई
दूजा टप्पा !
सुबह-शाम बस
एक सा कटता
देखें चँदा
बढ़ता-घटता
क्या खाएं
और क्या न खाएं
आज चलेगा
गोल गप्पा !
करेंगे मैसेज
मोबाइल पर
कभी शायरी
इस पर
उस पर
सोएंगे फिर
ओढ़ के चादर
लेंगे नींद का
बड़ा सा झप्पा !!
दीनदयाल शर्मा , बाल साहित्यकार
10 / 22 आर. एच. बी. कॉलोनी, हनुमानगढ़ ज.
पिन कोड. - 335512 , मोब. 09414514666
No comments:
Post a Comment