प्रेम और सत्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं....मोहनदास कर्मचंद गांधी...........मुझे मित्रता की परिभाषा व्यक्त करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मैंने ऐसा मित्र पाया है जो मेरी ख़ामोशी को समझता है

Tuesday, October 28, 2014

अंक गणित / दीनदयाल शर्मा


अंक गणित / दीनदयाल शर्मा
अंग्रेजी,हिन्दी, सामाजिक
और विज्ञान समझ में आए
अंक गणित जब करने बैठूं 
सारा दिमाग जाम हो जए।

सरल जोड़ भाग गुणा घटाओ
कर लेता हूँ जैसे तैसे
घुमा घुमा कर पूछे कोई
उसको हल करूं मैं कैसे

इतना बड़ा हो गया हूं मैं
अंक गणित में अब भी जीरो
बाकी सारे काम करूं झट
दुनिया माने मुझको हीरो।।


- दीनदयाल शर्मा
10/22 आर.एच.बी.कॉलोनी,
हनुमानगढ़ जं. 335512, राज.
Mobile : 09414514666

No comments:

Post a Comment

हिन्दी में लिखिए