प्रेम और सत्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं....मोहनदास कर्मचंद गांधी...........मुझे मित्रता की परिभाषा व्यक्त करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मैंने ऐसा मित्र पाया है जो मेरी ख़ामोशी को समझता है

Saturday, December 29, 2007

अंतर्राष्ट्रीय बाल वर्ष 1979 को 
हनुमानगढ़ जं. में आयोजित
प्रथम बीकानेर मण्डल 
कब/बुलबुल उत्सव में 
मुख्य अतिथि जिलाधीश 
श्री गुमानसिंह को 
सैल्यूट देते हुए 
रोवर दीनदयाल शर्मा ।

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