नानी तूं है कैसी नानी
नहीं सुनाती नई कहानी।
नानी बोली प्यारे नाती
नई कहानी मुझे न आती।
मेरे पास तो वही कहानी
एक था राजा एक थी रानी।
नई बातें कहाँ से लाऊँ
तेरा मन कैसे बहलाऊँ।
तुम जानो कम्प्यूटर बानी
तुम हो ज्ञानी के भी ज्ञानी।
मैं तो हूँ बस तेरी नानी।
तुम्हीं सुनाओ कोई कहानी।।
सुन्दर बालगीत!
ReplyDeleteमुझे तो पसंद आई कहानी
ReplyDeletebahut khoobsurat rachna.nani vishay per likhne ke liye badhai.
ReplyDeleteनानी की कविता बहुत सुन्दर है .
ReplyDeleteसुन्दर बाल गीत...बधाई.
ReplyDeleteकभी 'डाकिया डाक लाया' पर भी आयें...
बहुत सुन्दर कविता....
ReplyDeleteबच्चो निराश होने की बात नहीं है....
कोई बात नहीं ....अगर नानी को नई कहानी नहीं आती....
नानी से कहो कि अपने जीवनी के किसी भी वर्ष की कोई भी बात सुना दें....नानी की बातें भी किसी कहानी से कम नहीं होंगी !!!!