प्रेम और सत्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं....मोहनदास कर्मचंद गांधी...........मुझे मित्रता की परिभाषा व्यक्त करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मैंने ऐसा मित्र पाया है जो मेरी ख़ामोशी को समझता है

Wednesday, January 5, 2011

डॉ. चेतन स्वामी & बाल साहित्यकार दीनदयाल शर्मा,

वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. चेतन स्वामी के साथ बाल साहित्यकार दीनदयाल शर्मा,
श्री डूंगरगढ़ (बीकानेर ) में आयोजित एक साहित्यिक समारोह के दौरान लिया गया चित्र  2010  

1 comment:

  1. आपका ब्लाग देखकर बहुत प्रसन्नता हुई . BLOG LIST FOR CHILDREN में 'अभिनव सृजन ' और ' बाल-मंदिर 'बच्चों के ब्लॉगों को भी शामिल कर लें. लिंक -

    http://abhinavsrijan.blogspot.com/-

    http://baal-mandir.blogspot.com/

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