प्रेम और सत्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं....मोहनदास कर्मचंद गांधी...........मुझे मित्रता की परिभाषा व्यक्त करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मैंने ऐसा मित्र पाया है जो मेरी ख़ामोशी को समझता है

Wednesday, December 12, 2012

'सूरज एक सितारा है' का लोकार्पण

बच्चों ने किया दीनदयाल शर्मा की पुस्तक का लोकार्पणहनुमानगढ़। जंक्शन स्थित नेशनल पब्लिक स्कूल प्रांगण में आज सुप्रसिद्ध बाल साहित्यकार दीनदयाल शर्मा की सद्य प्रकाशित बाल काव्य कृति 'सूरज एक सितारा है' का लोकार्पण हुआ। ये लोकार्पण इसी विद्यालय की छात्रा कस्तूरी मिश्रा और किंजल कटारिया ने किया। कार्यक्रम में विद्यालय के प्राचार्य सचिन कुमार कुक्कड़ ने कहा कि आज के समय बच्चे बाल साहित्य के पठन से कटते जा रहे हैं। उन्हें साहित्य से जोड़े रखना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए अनुकूल बाल साहित्य का सृजन करना बेहद जटिल साधना है लेकिन बाल साहित्यकार दीनदयाल शर्मा बच्चों के लिए सरल और सहज रचनाएं दे रहे हैं। सचिन कुमार ने कहा कि बच्चों को बाल साहित्य सृजन सिखाने के लिए समय-समय पर कार्यशालाएं आयोजित की जानी चाहिएं। उन्होंने अपने विद्यालय में बच्चों से निकट भविष्य में बाल साहित्य सृजन के लिए कार्यशाला आयोजित करने का आश्वासन दिया। दीनदयाल शर्मा ने लोकार्पित कृति से बाल मन की कविताएं सुनाईं। इस अवसर पर उप प्राचार्या तेज कुमार, श्रीमती गुलशन ग्रोवर, प्रवीण मेहन व मस्तान सिंह मौजूद थे।

1 comment:

हिन्दी में लिखिए