प्रेम और सत्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं....मोहनदास कर्मचंद गांधी...........मुझे मित्रता की परिभाषा व्यक्त करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मैंने ऐसा मित्र पाया है जो मेरी ख़ामोशी को समझता है

Wednesday, November 26, 2014

बातों की फुलवारी



बातों की फुलवारी

सहायक पुस्तक माला 5


यह पुस्तक पांचवीं कक्षा की सहायक पुस्तक के रूप में कई राज्यों में पढ़ाई जाएगी... इसमें मेरा एक संस्मरण प्रकाशित हुआ है...मेरे साथ साथ इसमें देश के जाने माने बाल साहित्यकारों की रचनाएं शामिल की गई हैं....52 पृष्ठों के आर्ट पेपर पर आकर्षक एवं रंगीन चित्रों के साथ रचनाओं को बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया है..

पुस्तक में कविता, कहानी, नाटक, ग्यान विग्यान, प्राणी जगत, संस्मरण, शब्दार्थ और मूल्यपरक प्रश्न भी दिए गए हैं...संपादक मंडल को बधाई....

मधुबन एज्युकेशनल बुक्स, नोएडा, उ.प्र. का हार्दिक आभार....

पुस्तक स्पीड पोस्ट से आज ही मिली है..






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