रंग रे दीनदयाल
गढ हनुमाना में बसै, चावौ दीनदयाल।
भटनेरी इतिहास भट्ट, लाडक मां रौ लाल।।
'टाबर टोळी' सुप्रसिद्ध काढै छै अखबार।
सुधरै पीढी सांतरी, थळकण मुळकै थार।।
साहित री ले सीरणी, शर्मा दीनदयाल।
भावी पीढी रौ भविस, दमकै सूरज लाल।।
गीत, कविता अर कथा, टाबर मुळकण देत।
शर्मा दीनदयाल सा, हिंवड़ै राखै हेत।।
'टाबर टोळी' रंग में, आखर प्रीत अपार।
शर्मा दीनदयाल नित, सींचै कण-कण थार।।
कारटून अर बाळकथा, विध-विध रा समंचार।
'टाबर टोळी' नित नवी, रंग भटनेरी थार।।
म्हारौ व्हालौ मिंत औ रंग रे दीनदयाल।
साजौ राखै सुरसती, मां जगदम्ब रुखाळ।।
-डॉ.आईदानसिंह भाटी,
8-बी / 47 तिरुपतिनगर,
नांदड़ी, जोधपुर, राज.
गढ हनुमाना में बसै, चावौ दीनदयाल।
भटनेरी इतिहास भट्ट, लाडक मां रौ लाल।।
'टाबर टोळी' सुप्रसिद्ध काढै छै अखबार।
सुधरै पीढी सांतरी, थळकण मुळकै थार।।
साहित री ले सीरणी, शर्मा दीनदयाल।
भावी पीढी रौ भविस, दमकै सूरज लाल।।
गीत, कविता अर कथा, टाबर मुळकण देत।
शर्मा दीनदयाल सा, हिंवड़ै राखै हेत।।
'टाबर टोळी' रंग में, आखर प्रीत अपार।
शर्मा दीनदयाल नित, सींचै कण-कण थार।।
कारटून अर बाळकथा, विध-विध रा समंचार।
'टाबर टोळी' नित नवी, रंग भटनेरी थार।।
म्हारौ व्हालौ मिंत औ रंग रे दीनदयाल।
साजौ राखै सुरसती, मां जगदम्ब रुखाळ।।
-डॉ.आईदानसिंह भाटी,
8-बी / 47 तिरुपतिनगर,
नांदड़ी, जोधपुर, राज.
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